Bank Nifty Kya Hai in Hindi – जैसा कि आप सभी निफ्टी के बारे में जानते हैं लेकिन आज हम आपको बैंक निफ्टी के बारे में बताने जा रहें है। भारत की शीर्ष 50 कंपनियां Nifty 50 में शामिल हैं।
बैंक निफ्टी भी निफ्टी 50 में शामिल है, जोकि एक फ्लोट मार्केट कैप वेटेड इंडेक्स है। बैंक निफ्टी और निफ्टी दोनों ही अलग-अलग है, बैंक निफ़्टी केवल बैंकिंग शेयरों पर केंद्रित है।
Bank Nifty, निफ्टी से कैसे अलग है यह जानना बहुत जरूरी है। ताकि आपको बैंक निफ्टी से जुड़ी जरूरी जानकारी मिल सके। इस आर्टिकल के माध्यम से आप जानेंगे सकते है कि Bank Nifty Kya Hota Hai? यह कैसे काम करता है? और बैंक निफ्टी में कौन-कौन से बैंक आते है?
बैंक निफ्टी क्या है? – What is Bank Nifty in Hindi?
बैंक निफ्टी भारत के शेयर मार्किट के 11 सेक्टर में से एक बैंकिंग सेक्टर का हिस्सा है। यह भारत के भरोसेमंद और सबसे बड़े 12 बैंको का एक सूचकांक है। इंडियन इंडेक्स सर्विस प्रोडक्ट लिमिटेड (IISL) के द्वारा शेयर मार्केट में साल 2000 में बैंक निफ्टी की शुरुआत की गई थी।
Bank Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में लिस्टेड भारत के बैंकिंग क्षेत्र के 12 बड़े स्टॉक शेयर की जानकारी देता है साथ ही बैंकिंग क्षेत्र में भारतीय शेयर बाजार की स्थिति को मजबूती प्रदान करता है। निफ्टी एक इंडेक्स है जिसमें NSE के 50 अलग-अलग सेक्टर की कंपनियों को रखा गया है।
लेकिन बैंक निफ्टी में केवल बैंकिंग स्टॉक शामिल है। बैंक निफ्टी के द्वारा बैंक की प्रोग्रेस को ट्रैक कर सकते है इससे पता चलता है कि बैंकिंग के क्षेत्र में कितनी ग्रोथ और कितना नुकसान हुआ है।
शेयर बाजार में कई व्यापारी विशेष रूप Bank Nifty index में ट्रेडिंग कर रहे है। यह ट्रेडिंग आपके जोखिम प्रबंधन पर भी निर्भर करता है और इसमें ट्रेडिंग करने पर ट्रेडर को profit और loss दोनों में से कुछ भी होने की संभावना होती है।
Bank Nifty में शामिल प्रमुख बैंक
आपको पता ही होगा कि भारत में बहुत सारी Banking, Non-Banking और Financial Institutions है। लेकिन Bank Nifty में उन 12 बैंको को शामिल किया गया है जिनका बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) और वॉल्यूम सबसे ज्यादा है।
Bank Nifty में जिन 12 बैंकों को शामिल किया गया है। उन बैंको को रैंकिंग के अनुसार नीचे देख सकते है। आप यहाँ यह देखकर अंदाजा लगा सकते है कि आज Banking Sector कितना ऊपर या कितना नीचे जा रहा है।
Bank Nifty के Share List में शामिल Banks
Serial no. | Names of Banks |
1 | HDFC BANK (एचडीएफसी बैंक) |
2 | ICICI BANK (आईसीआईसीआई बैंक) |
3 | AXIS BANK (एक्सिस बैंक) |
4 | STATE BANK OF INDIA (भारतीय स्टेट बैंक) |
5 | KOTAK MAHINDRA BANK (कोटक महिंद्रा बैंक) |
6 | IndusInd Bank Ltd (इंडसइंड बैंक लिमिटेड) |
7 | Federal Bank Ltd (फेडरल बैंक लिमिटेड) |
8 | Bank of Baroda (बैंक ऑफ बड़ौदा) |
9 | IDFC FIRST BANK (आईडीएफसी फर्स्ट बैंक) |
10 | AU Small Finance Bank Limited (एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड) |
11 | Bandhan Bank Ltd (बंधन बैंक लिमिटेड) |
12 | PUNJAB NATIONAL BANK (पंजाब नेशनल बैंक) |
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बैंक निफ्टी में ट्रेडिंग कैसे करते हैं? – How To Trade In Bank Nifty?
बैंक निफ्टी ट्रेडिंग के लिए ट्रेडर अपने अनुसार ट्रेडिंग विधि चुन सकता है। बैंक निफ्टी में ऑप्शन ट्रेडिंग, फ्यूचर ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग के माध्यम से व्यापार किया जाता है।
बैंक निफ्टी में ट्रेडिंग शुरू करने से पहले इन ट्रेडिंग के तरीकों के बारे में समझना जरुरी है। Options और Futures Trading में स्टॉक की कीमतों में पहले से अनुमान लगाना होता है।
ऑप्शन ट्रेडिंग (Options Trading)
ऑप्शन ट्रेडिंग का अर्थ है किसी भी ट्रेडर को भविष्य में किसी भी तारीख पर एक सहमत मूल्य पर इंडेक्स खरीदने या बेचने का अधिकार है। यहां ऑप्शन खरीदारों को अपने ट्रेडिंग के अधिकार को प्रयोग करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है।
यदि बाजार ट्रेडर के अनुसार समाप्त नहीं होता है तो खरीदार समझौता किए बिना व्यापार से बाहर निकल सकता है।
फ्यूचर ट्रेडिंग (Future trading)
फ्यूचर ट्रेडिंग के माध्यम से कोई भी ट्रेडर शेयर बाजार में किसी भी स्टॉक/इंडेक्स को किसी भी निश्चित कीमत पर उसकी समाप्ति तिथि से पहले खरीद या बेच सकता हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)
ट्रेड करने के लिए लोग ज्यादातर इंट्राडे ट्रेडिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग यानी एक ही दिन में ट्रेडिंग, जिसमें शेयर उसी दिन खरीदे या बेचे जाते हैं। शेयरों की कीमत में हलचल बैंकों के शेयर की कीमत में बदलाव को दिखता है।
शेयर बहुत तेजी से ऊपर नीचे होते हैं और इस शेयरों की कीमत में तेजी-मंदी का फायदा उठाते हुए अधिकांश व्यापारी इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) के माध्यम से शेयरों को खरीद या बेचकर मुनाफा कमाते हैं या तो नुकसान उठाते है।
क्यों बैंक निफ्टी बनाया गया था?
Bank Nifty Index भारत के महत्वपूर्ण सर्विस सेक्टर में से एक है जो बैंकिंग के कैपिटल मार्केट के प्रदर्शन को मापने के लिए बनाया गया था।
Bank Nifty के जैसा ही अन्य बहुत सारे इंडेक्स बनाये गए है Nifty के अलग-अलग इंडेक्स में स्वास्थ्य उद्योग, IT उद्योग, तेल उद्योग और वित्त उद्योग जैसी बहुत सारी कंपनिया शामिल है।
बैंक निफ्टी में केवल सरकारी और निजी बैंकिंग संस्थाओं को ही शामिल किया गया है। ताकि बैंकिंग संस्थाओं की ग्रोथ, उनकी परफॉर्मेंस और प्रोग्रेस को बैंक निफ्टी के द्वारा ट्रैक कर सकें।
बैंक निफ्टी ट्रेडिंग के लिए लॉट साइज (Lot Size) क्या है?
अगर आप एक निवेशक है और बैंक निफ्टी में ट्रेडिंग के लिए निवेश करना चाहते हैं तब आपको इसमें Index Lot Size के हिसाब से खरीदना और बेचना पड़ता है।
यदि आप बैंक निफ्टी के अलावा किसी अन्य स्टॉक में इन्वेस्ट करते हैं तो आप अपनी मर्जी से जितना चाहे उतना स्टॉक खरीद और बेच सकते हैं।
लेकिन जब आप Bank Nifty में निवेश करके ट्रेडिंग करना चाहते है तो आपको बैंक निफ्टी के 25 Stocks खरीदने पड़ेंगे। बैंक निफ्टी के एक लॉट में 25 स्टॉक होते हैं। इसलिए कोई भी Investor बैंक निफ्टी में एक लॉट (Lot) से कम नहीं खरीद सकता है।
बैंक निफ़्टी में फ्यूचर ट्रेडिंग और ऑप्शन ट्रेडिंग दोनों में लॉट साइज समान ही होता है। लेकिन ऑप्शन ट्रेडिंग की तुलना में फ्यूचर्स ट्रेडिंग के अंतर्गत कीमतों में उतार-चढ़ाव बहुत तेज होता है और इसलिए इसमें जोखिम भी अधिक होता है। जिस वजह से ज्यादातर ट्रेडर फ्यूचर ट्रेडिंग के बजाय ऑप्शन ट्रेडिंग करना पसंद करते है।
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बैंक निफ्टी में होने वाले नुकसान से कैसे बचें
बैंक निफ्टी में ट्रेडिंग के लिए आपको शेयर बाजार की पूरी जानकारी होनी चाहिए। इसमें होने वाले प्रॉफिट और लॉस को समझ कर ही उतरना चाहिए। यहाँ हम आपको बैंक निफ्टी में नुकसान से बचने के लिए कुछ टिप्स बता रहे जिससे आप भविष्य में किसी बड़े नुकसान से बच सकते है।
- बैंक निफ्टी में ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपको इसके बारे में पूरी नॉलेज होनी चाहिए। यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है तो फिर आपको इस सेक्टर में ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए।
- हमेशा रिस्क मैनेजमेंट करके चले, मार्केट में नुकसान होने पर लाभ कमाने के लिए बार-बार निवेश न करें, इससे आपको और नुकसान हो सकता है।
- शेयर बाजार में प्रॉफिट और लॉस दोनों हो सकता है। इसलिए हमेशा प्रॉफिट और लॉस को ध्यान में रखकर ही निवेश करें।
- जब आप अपने लॉस को ध्यान में रख कर निवेश करते है तो आप अधिक समय तक मार्किट में टिके रह सकते है।
- अपने रिस्क पर ही निवेश करे किसी की सलाह पर खरीद या बिक्री न करें, अपना खुद का विश्लेषण करें।
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Options Trading क्या है? ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं?